Page 5
Semester 5: Classical Literature & history of English Literature
Historical Background: The Epic, Birth of Tragedy, Comedy and Tragedy in Classical Drama, The Athenian City State, Literary Cultures in Augustan Rome
Historical Background: The Epic, Birth of Tragedy, Comedy and Tragedy in Classical Drama, The Athenian City State, Literary Cultures in Augustan Rome
महाकाव्य का इतिहास
महाकाव्य की गाथाएँ प्राचीन संस्कृति और परंपराओं का दर्पण होती हैं, जो नायकत्व, युद्ध, और मानवीय भावनाओं को व्यक्त करती हैं।
ट्रैजेडी का जन्म
ट्रैजेडी का जन्म प्राचीन यूनान में हुआ, जहां यह मानव अनुभव की दुखद वास्तविकताओं का प्रदर्शन करती है।
कॉमेडी का विकास
कॉमेडी ने हास्य और व्यंग्य का प्रयोग करते हुए सामाजिक और राजनीतिक व्यंग्य की विशेषता दिखाई।
क्लासिकल ड्रामा में ट्रैजेडी और कॉमेडी
प्राचीन ड्रामा में ट्रैजेडी और कॉमेडी का महत्वपूर्ण स्थान है, जो दर्शकों को गहन भावनाओं और विचारों की यात्रा पर ले जाती है।
एथेनियन सिटी स्टेट
एथेंस एक अत्यंत शक्तिशाली शहर-राज्य था, जहां लोकतंत्र, कला, और विचारधारा का विकास हुआ।
ऑगस्टन रोम में साहित्यिक संस्कृतियाँ
ऑगस्टन रोम में साहित्य ने नई ऊंचाइयों को छुआ, जिसमें कविता, नाटक और प्रोज़ की विविधता देखने को मिली।
Prose: Plato – The Republic (Book VII)
Prose: Plato – The Republic (Book VII)
प्लेटो की कRepublic शास्त्र का सातवां पुस्तक ज्ञान और शिक्षा के महत्व पर केंद्रित है। इस पुस्तक में वह बताता है कि कैसे एक आदर्श समाज का निर्माण किया जा सकता है।
गुफा की उपमा में प्लेटो बताते हैं कि लोग केवल छायाएँ देखते हैं और वास्तविकता से अज्ञात होते हैं। यह उपमा ज्ञान के अनुसंधान और सच्चे ज्ञान के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को व्यक्त करती है।
प्लेटो के अनुसार, वास्तविक ज्ञान वह है जो हमें सच्चाई के प्रति जागरूक करता है। यह विचारशीलता और दृष्टि की उच्चतम स्तर की ओर ले जाता है।
प्लेटो शिक्षा को एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानते हैं जो आत्मा का विकास करती है। यह एक व्यक्ति को वास्तविकता और सत्य की ओर ले जाने के लिए आवश्यक है।
प्लेटो का मानना है कि सिद्धांत और व्यवहार का समन्वय होना चाहिए। केवल जानकारी रखना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे व्यावहारिक रूप में लागू करने की आवश्यकता है।
Poetry: Homer – The Iliad (Book I)
Poetry: Homer – The Iliad (Book I)
Homer aur unki Kavitayen
Homer prachin Greek kavi hain, jinhone Mahakavyon ka rachana kiya. Unka pramukh karya 'Iliad' hai, jo ki Trojans ke viruddh Greekon ke yuddh par kendrit hai. Ye kavitayein yayavadhi bhrashtachar aur manav bhavnaon ke mool siddhanton ko prastut karti hain.
Iliad ka Prarambh
Iliad ka prarambh Achilles ki katha se hota hai, jise samrajya ki pratishtha aur veerata pradhan hai. Is prarambh me Achilles ki kshudah ki kahani hai, jo uski kshama aur grina ko darshata hai.
Kathan aur Vimarsh
Is khand me, Homer ne mahatvapurn samvadon ka upayog kiya hai, jisme bhavnaon ka gehrayi se varnan hota hai. Kavi ka vishay yuddh nahi, balki vyakti ki manovritti aur kshudha hai.
Deviyon aur Devtaon ka Yogdan
Iliad me deviyon aur devtaon ka mahatvapurn yogdan hai, jo manushya ke karmon par prabhav daalti hain. Inka prabhav naitikta aur dharmikta se juda hua hai, jise samajha jana chahiye.
Pustak ke Visesh Roop
Kavita ka roop aur uski rachnaatmakta uska ek pramukh pehlu hai. Isha ya asankhya alankaron ka istemal kiya gaya hai, jo kavi ki kalpana aur bhavnaon ko prastut karte hain.
Drama: Sophocles – Oedipus Rex
Drama: Sophocles – Oedipus Rex
Oedipus Rex का परिचय
Oedipus Rex एक प्रसिद्ध ग्रीक नाटक है जिसे सोफोक्ल्स ने लिखा। यह त्रासदी वास्तविकता और पूर्वनिर्धारण के बुनियादी मुद्दों पर केंद्रित है। नाटक का मुख्य पात्र ओडिपस है, जो थिव्स का राजा है।
कथानक का संक्षिप्त विवरण
नाटक की कहानी ओडिपस की खोज पर आधारित है जो अपने पिता की हत्या और अपनी माता से विवाह की सच्चाई को खोजता है। कहानी में कई मोड़ हैं जो दर्शक को झकझोर देते हैं।
किरदार और उनके भावनात्मक संघर्ष
ओडिपस, ज्योकास्टा, और तेजेसियस जैसे मुख्य किरदारों के बीच भावनात्मक संघर्ष नाटक को सशक्त बनाते हैं। ओडिपस का संघर्ष अपने अतीत से बचने का प्रयास करना है।
नैतिकता और त्रासदी
इस नाटक में नैतिक दुविधाओं और त्रासदी के तत्व प्रमुख हैं। ओडिपस की त्रासदी यह है कि वह अपनी अनजाने में की गई गलतियों का सामना करता है।
सोफोक्ल्स की लेखन शैली
सोफोक्ल्स की लेखन शैली में संवादों का गहरा प्रभाव होता है जो पात्रों की भावनाओं और संघर्षों को प्रकट करता है। उनके नाटकों में हास्य और दुःख का संतुलन होता है।
Oedipus Rex का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
यह नाटक ग्रीक थिएटर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह मानव मनोविज्ञान, कल्याण और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर प्रकाश डालता है।
English Literature from Chaucer to Renaissance: The Age of Chaucer, The Dark Ages, Renaissance and Reformation; Miracle and Morality Play; University Wits; Elizabethan Poetry; Metaphysical Poetry
English Literature from Chaucer to Renaissance
चॉसर का युग अंग्रेजी साहित्य का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें चॉसर ने 'कैन्टर्बरी टेल्स' लिखे। उनके लेखन में मिडल इंग्लिश का प्रयोग हुआ और यह उस समय के सामाजिक जीवन को दर्शाता है।
अंधकार युग, जिसे मध्यकाल के तौर पर भी जाना जाता है, में अंग्रेजी साहित्य बेहद सीमित था। यह समय राजनीतिक अशांति और भयानक महामारियों से भरा था।
पुनर्जागरण और सुधार का युग साहित्यिक जागरूकता और धार्मिक परिवर्तन का समय था। इस युग में मानवता का निर्णय किया गया और शास्त्रीय लेखन को फिर से जीवित किया गया।
चमत्कारी और नैतिक नाटक उन नाटकों को संदर्भित करते हैं जिनमें नैतिकता और धार्मिकता के संदेश होते थे। इन्हें विशेष त्योहारों पर मंचित किया जाता था।
विश्वविद्यालय के विद्वान उस समूह को संदर्भित करते हैं जिन्होंने शेक्सपियर से पहले अंग्रेजी नाटक में वृद्धि की। इनमें से कुछ प्रमुख लेखक हैं क्रिस्टोफर मार्लो और थॉमस किड।
एलिज़ाबेथ काल की कविता को उसकी विविधता और गहराई के लिए जाना जाता है। शेक्सपियर, स्पेंसर और डॉन्सन आदि जैसे कवियों ने इस युग में शानदार काव्य रचनाएँ कीं।
मेटाफिजिकल कविता 17वीं सदी के प्रारंभिक चरणों में विकसित हुई। इस प्रकार की कविता में दार्शनिक विचार और जटिल रूपक शामिल होते हैं। जॉन डन इस शैली के सबसे प्रसिद्ध कवियों में से एक थे।
Seventeenth Century & Eighteenth Century: Neo-Classicism, Growth of the Novel; Precursors of Romanticism; French Revolution; Growth of Romantic Literature (Prose, Poetry, Drama and Novel)
सत्रहवीं और अठारवीं सदी: नियो-क्लासिसिज़्म, उपन्यास का विकास; रोमैंटिसिज़्म के पूर्ववर्ती; फ्रांसीसी क्रांति; रोमांटिक साहित्य का विकास (गद्य, कविता, नाटक और उपन्यास)
नियो-क्लासिसिज़्म
नियो-क्लासिसिज़्म 17वीं और 18वीं सदी में साहित्य और कला की एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति है। यह शास्त्रीय ग्रीक और रोमन साहित्य के अद्वितीय तत्वों को पुनर्जीवित करने का प्रयास करता है। इस प्रवृत्ति में तर्क, उद्देश्य और एकता पर जोर दिया गया। इसे मुख्यतः इंग्लैंड, फ्रांस और अन्य यूरोपीय देशों में देखा गया।
उपन्यास का विकास
18वीं सदी उपन्यास की जन्मभूमि मानी जाती है। इस समय विभिन्न शैलियों और रूपों में उपन्यासों की रचना हुई। डेनियल डीफो और महारानी द्वारा रचित उपन्यास जैसे 'रोबिन्सन क्रूसो' और 'मिस्टर डार्सी' ने इस साहित्यिक रूप को लोकप्रिय बनाया। उपन्यास में व्यक्तिगत अनुभव और सामाजिक मुद्दों को अभिव्यक्त करने का एक नया तरीका विकसित हुआ।
रोमैंटिसिज़्म के पूर्ववर्ती
रोमैंटिसिज़्म 18वीं सदी के अंत में उभरा, जो कि नियो-क्लासिसिज़्म के प्रतिकूल था। इस प्रवृत्ति के अंतर्गत स्वाभाविक भावना, कल्पना और प्रकृति पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस समय के कई लेखक जैसे कि विलियम ब्लेक और वर्ड्सवर्थ ने सामाजिक और व्यक्तिगत अनुभवों को उजागर किया।
फ्रांसीसी क्रांति
1789 में शुरू हुई फ्रांसीसी क्रांति ने यूरोप की राजनीतिक और सामाजिक संरचना को बदल दिया। इससे साहित्य पर एक गहरा प्रभाव पड़ा, विशेष रूप से रोमांटिसिज़्म पर। लेखक और कवियों ने इस क्रांति के विचारों को अपने कार्यों में शामिल किया, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के लिए संघर्ष को दर्शाता है।
रोमांटिक साहित्य का विकास
19वीं सदी की शुरुआत में रोमांटिक साहित्य ने तेजी से विकास किया। यह गद्य, कविता, नाटक और उपन्यास सभी में प्रकट हुआ। रोमांटिक साहित्य ने व्यक्तिगत भावनाओं, प्रकृति और व्यक्ति की आत्मा का गहराई से अन्वेषण किया। प्रमुख लेखकों में वर्ड्सवर्थ, कॉलरिज, बायरन, शेली और कीट्स शामिल हैं।
The Romantic Age & Nineteenth Century: Growth of Victorian Literature (Prose, Poetry, Drama and Novel); Pre-Raphaelite Poetry; Naughty Nineties
The Romantic Age & Nineteenth Century: Growth of Victorian Literature; Pre-Raphaelite Poetry; Naughty Nineties
Romantic Age
रोमांटिक युग का आरंभ 18वीं शताब्दी के अंत में हुआ। यह युग प्रकृति, भावनाओं और व्यक्तिगत अनुभवों पर ध्यान केंद्रित करता है। इसके प्रमुख कवियों में विलियम वर्डस्वर्थ, सैमुअल टेलर कॉलरिज, पर्सी बिशे शेली और जॉन कीट्स शामिल हैं। इस युग में स्वतंत्रता, व्यक्तिगत प्रगति और मानवीय भावना को उत्तेजित करने का जोर था।
Growth of Victorian Literature
विक्टोरियन युग 1837 से 1901 के बीच इंग्लैंड में हुआ। इस युग में साहित्य में विविधता और विस्तार हुआ। इस दौरान प्रोज, कविता, नाटक और उपन्यास का विकास हुआ। चार्ल्स डिकेंस, जॉर्ज एलियट, और थॉमस हार्डी जैसे लेखक इस युग की प्रमुख कृतियों के लिए जाने जाते हैं।
Victorian Prose
विक्टोरियन गद्य में सामाजिक मुद्दों, नैतिकता और व्यक्तिगत संघर्षों को प्रमुखता दी गई। लेखक निबंध, आलोचना और आत्मकथा में गहनता से लेखन कर रहे थे। इसके प्रमुख लेखक जॉर्ज एलियट और मैट्यू आर्नोल्ड थे।
Victorian Poetry
विक्टोरियन कविता में रूमानी तत्वों के साथ-साथ सामाजिक बदलावों को दर्शाने का प्रयास किया गया। अल्फ्रेड टेन्निसन और रॉबर्ट ब्रोडिंग जैसे कवियों ने इस युग में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गंभीर विषयों और भावनात्मक गहराई के कारण यह कविता अत्यंत प्रभावशाली थी।
Victorian Drama
विक्टोरियन नाटक ने साहित्यिक और सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डाला। ओलिवर गोल्डस्मिथ और जॉर्ज बर्नार्ड शॉ जैसे लेखकों ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए। नाटक में विषयों की विभिन्नता ने इसे लोकप्रिय बनाया।
Victorian Novel
उपन्यास ने विक्टोरियन युग में विशेष महत्वपूर्ण स्थान ग्रहण किया। चार्ल्स डिकेंस और जॉर्ज एलियट जैसे लेखक समाज के विविध पहलुओं का चित्रण करते रहे। उपन्यास में पात्रों की गहनता और प्लॉट्स की जटिलता ने इसे प्रमुख साहित्यिक रूप में स्थापित किया।
Pre-Raphaelite Poetry
प्री-राफेलाइट आंदोलन की स्थापना 1848 में हुई थी। इस आंदोलन ने कला और साहित्य में नवीनता और भावनात्मकता को बढ़ावा दिया। इसके प्रमुख कवियों में डांटे गाब्रीएल रॉसेटी और अलिज़ाबेथ सिडनी शामिल थे।
Naughty Nineties
1890 के दशक को 'नॉटी नाइनटीज' के नाम से जाना जाता है। इस समय में साहित्य में वर्जनाओं की तोड़फोड़ और स्वच्छंदता का प्रचार हुआ। यह युग नए विचारों और सामाजिक परिवर्तनों से भरा था।
The Twentieth Century: Georgian Poetry, Imagism and Symbolism; Twentieth Century Novel – Psychological Novel, Stream of Consciousness Novel; Twentieth Century Drama; Drama of Ideas; Epic Theatre, Feminism
The Twentieth Century: Georgian Poetry, Imagism and Symbolism; Twentieth Century Novel – Psychological Novel, Stream of Consciousness Novel; Twentieth Century Drama; Drama of Ideas; Epic Theatre, Feminism
Georgian Poetry
जोर्जियन कविता के काव्य लेखन में शांति, प्रकृति और व्यक्तिगत भावनाओं पर जोर दिया गया। प्रमुख कवियों में रॉबर्ट ब्रिजेस, ए.ई., और लुकास के नाम शामिल हैं। इन कवियों ने नई बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया और अपने समय की सामाजिक, राजनीतिक बदलावों को दर्शाया।
Imagism
इमेजिज्म कविता की एक धारणा है जो चित्रात्मकता और संक्षिप्तता पर केंद्रित है। इसका विकास 20वीं सदी की प्रारंभिक दशकों में हुआ। एज़्रा पाउंड और ह्यूगो मुन्टागा इसके प्रमुख प्रतिनिधि थे। उन्होंने स्पष्ट और संवेदनशील चित्रण के लिए सरल भाषा का उपयोग किया।
Symbolism
संपूर्णता और अमूर्तता की ओर बढ़ते हुए प्रतीकवाद ने गहरे भावनाओं और विचारों को संकेतों के रूप में व्यक्त किया। इसका उदय वेलज़न, चार्ल्स बोडलेर जैसे कवियों के साथ हुआ जिनका काम गहरी प्रतीकात्मकता से भरा हुआ है।
Psychological Novel
20वीं सदी का मनोवैज्ञानिक उपन्यास व्यक्तिगत मनोभावनाओं, स्वपन, और अचेतन मन की खोज करता है। ग्रेट गेट्सबी, टॉय लेग्स के उपन्यासों में मनोवैज्ञानिक विश्लेषण महत्वपूर्ण है।
Stream of Consciousness Novel
कॉनशियसनेस की धारा उपन्यासों में पात्रों के विचार और भावनाओं को निरंतर प्रवाह में प्रस्तुत किया जाता है। जेम्स जॉयस और वर्जिनिया वुल्फ इस तरह के उपन्यासों के प्रमुख लेखकों में शुमार हैं।
Twentieth Century Drama
20वीं सदी का नाटक सामाजिक मुद्दों, राजनीतिक विषयों और व्यक्तिगत संघर्षों पर ध्यान केंद्रित करता है। इसे नवीनतम प्रयोगों, तकनीकी उपयोग और नाटक के नए स्वरूपों के लिए जाना जाता है।
Drama of Ideas
विचारों का नाटक गंभीर सामाजिक, नैतिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करता है। इस नाटक के प्रमुख लेखकों में बर्नार्ड शॉ और हेनरी इब्सन शामिल हैं।
Epic Theatre
एपिक थियेटर ने दर्शकों को सक्रिय भागीदार बनाने के लिए नाटक और राजनीतिक संदेशों का संयोजन किया। बर्टोल्ट ब्रेच अपने एपिक थिएटर तकनीकों के लिए प्रसिद्ध हैं।
Feminism in Drama
महिलाओं के अधिकारों और उनके सामाजिक योगदान को विषय बनाते हुए नाटकों में फेमिनिज़्म देखने को मिलता है। जैसे कि जेने राइस और सिमोन बैवॉयर ने नाटकों में महिलाओं की आवाज को उठाया।
