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Semester 2: National Education Policy-2020 Common Minimum Syllabus for U.P. State Universities

  • Biochemistry & Microbial Physiology

    Biochemistry & Microbial Physiology
    • जीव रसायन का परिचय

      जीव रसायन में उन रासायनिक प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है जो जीवित जीवों में होती हैं। यह अध्ययन प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा और न्यूक्लियोटाइड्स के बुनियादी संरचनाओं और कार्यों पर केंद्रित है।

    • सूक्ष्मजीवों का वर्गीकरण

      सूक्ष्मजीवों को मुख्यतः बैक्टीरिया, फंगस, वायरस, और प्रोटोजोआ के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। प्रत्येक वर्ग में विशिष्ट गुण और जीवन चक्र होते हैं।

    • सूक्ष्मजीवों की जीवन शक्ति

      सूक्ष्मजीवों का जीवन शक्ति आवश्यक पोषक तत्वों, तापमान, pH और ऑक्सीजन की उपस्थिति पर निर्भर करता है। ये कारक सूक्ष्मजीवों के वृद्धि और विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं।

    • एंजाइम और उनके कार्य

      एंजाइम जैव रासायनिक प्रक्रियाओं को गति प्रदान करते हैं। ये विशेष प्रोटीन होते हैं जो प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं और विकास प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    • सूक्ष्मजीवों का औद्योगिक उपयोग

      सूक्ष्मजीवों का औद्योगिक गतिविधियों में उपयोग किया जाता है जैसे कि एंटीबायोटिक्स, एंजाइमों, और अन्य बायोकेमिकल्स के उत्पादन में। इनका उपयोग खाद्य उत्पद्य, ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण में भी किया जाता है।

  • Biochemical & Physiology lab.

    Biochemical & Physiology lab
    • परिचय

      biochemical और physiology lab का उद्देश्य विभिन्न जैव रासायनिक प्रक्रियाओं और जीव विज्ञान से संबंधित शारीरिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करना है। यह प्रयोगशाला ज्ञान और तकनीकों को विकसित करने में सहायक होती है जो छात्रों को उद्योग में काम करते समय लाभान्वित करती हैं।

    • जैव रासायनिक परीक्षण

      इस अनुभाग में विभिन्न जैव रासायनिक परीक्षण जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा की पहचान और सांद्रता का निर्धारण शामिल होता है। इन परीक्षणों के लिए प्रतिस्थापित रसायन और विभिन्न तकनीकें उपयोग की जाती हैं।

    • शारीरिक परीक्षण

      शारीरिक परीक्षण में प्रशासित विभिन्न शारीरिक परिवर्तनों जैसे रक्तचाप, हृदय गति, और श्वास दर का मापन शामिल है। यह मानव शरीर के स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन करने में सहायक है।

    • विश्लेषणात्मक तकनीकें

      यह अनुभाग विभिन्न विश्लेषणात्मक तकनीकों जैसे स्पेक्ट्रोफोटोमीटर, क्रोमैटोग्राफी और माइक्रोस्कोपी के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करता है। ये तकनीकें जैविक नमूनों की पहचान और विश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण हैं।

    • अनुप्रयोग

      biochemical और physiology lab के निष्कर्षों का उपयोग चिकित्सा अनुसंधान, औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी और कृषि में किया जाता है। यह छात्रों को व्यावसायिक अनुभव और अंतर्दृष्टि प्रदान करता है, जिससे वे उद्योग में योगदान देने में सक्षम हो सकते हैं।

National Education Policy-2020 Common Minimum Syllabus for U.P. State Universities

Certificate Course in Industrial Microbiology

Industrial Microbiology

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