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Semester 5: National Education Policy-2020 Common Minimum Syllabus for U.P. State Universities
Industrial Food Microbiology
Industrial Food Microbiology
Introduction to Industrial Food Microbiology
औद्योगिक खाद्य सूक्ष्मजीव विज्ञान खाद्य पदार्थों के उत्पादन में सूक्ष्मजीवों के उपयोग से संबंधित है। यह सुनिश्चित करता है कि खाद्य उत्पाद सुरक्षित, गुणवत्ता और पौष्टिक हों।
Microbial Contamination in Food
खाद्य उत्पादों में सूक्ष्मजीवों का संदूषण एक गंभीर समस्या है। इससे खाद्य जनित बीमारियाँ हो सकती हैं। खाद्य स्रोतों की स्वच्छता बनाए रखना और उचित प्रसंस्करण तकनीकों का उपयोग करना आवश्यक है।
Fermentation and Food Production
फर्मेंटेशन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें सूक्ष्मजीव जैसे बैक्टीरिया और यीस्ट का उपयोग करके खाद्य और पेय पदार्थों का उत्पादन किया जाता है। उदाहरणों में दही, पनीर और शराब शामिल हैं।
Food Preservation Techniques
खाद्य संरक्षण के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे ठंडा करना, पैकेजिंग, और कीटनाशक। ये प्रक्रियाएँ खाद्य पदार्थों की उम्र और गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करती हैं।
Role of Microorganisms in Food Safety
सूक्ष्मजीवों की भूमिका खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण है। हानिकारक सूक्ष्मजीवों का पता लगाने और नियंत्रित करने के लिए विभिन्न परीक्षण विधियों का उपयोग किया जाता है।
Current Trends in Industrial Food Microbiology
औद्योगिक खाद्य सूक्ष्मजीव विज्ञान में नवीनतम प्रवृत्तियों में जैव प्रौद्योगिकी का उपयोग, वैकल्पिक प्रोटीन स्रोत, और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों का विकास शामिल है।
Immunology & Medical Microbiology
Immunology & Medical Microbiology
प्रतिरक्षा प्रणाली का परिचय
प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर की सुरक्षा तंत्र है, जो हमें विभिन्न रोगाणुओं और संक्रमणों से बचाती है। इसके दो प्रमुख भाग होते हैं: जन्मजात प्रतिरक्षा और अधिग्रहित प्रतिरक्षा।
इम्यून रिस्पांस के प्रकार
प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दो प्रकार की होती है: उत्तेजक प्रतिरक्षा, जिसमें एंटीजन का प्रतिकृति बनाना शामिल होता है; और प्रतिरक्षा स्मृति, जो पहले की एक्सपोजर के आधार पर होती है।
रोगाणुओं का वर्गीकरण
रोगाणु तीन मुख्य वर्गों में विभाजित होते हैं: बैक्टीरिया, वायरस और कवक। हर वर्ग की अपनी विशेषताओं और रोग उत्पन्न करने की प्रवृत्तियाँ होती हैं।
बैक्टीरियल इन्फेक्शन और शरीर की प्रतिक्रिया
जब बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करते हैं, तो प्रतिरक्षा प्रणाली सक्रिय होती है और नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ एंटीबॉडी बनाती है।
वायरल इन्फेक्शन और प्रतिरक्षा प्रणाली
वायरस शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करके उन्हें संक्रमित करते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस के खिलाफ इम्यून रिस्पांस उत्पन्न करती है, जिसमें टी-सेल्स का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
कवक संक्रमण और प्रतिरक्षा चुनौती
कवक संक्रमण आमतौर पर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों में अधिक गंभीर होता है। कवक को खत्म करने के लिए रक्षात्मक प्रतिरक्षा तंत्र को सक्रिय किया जाता है।
वैक्सीनेशन और इम्यूनोलॉजी
वैक्सीनेशन एक प्रभावी तरीका है जिससे शरीर को रोगों से निपटने के लिए तैयार किया जाता है। यह अधिग्रहित प्रतिरक्षा को मजबूत करता है और भविष्य में संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है।
मापा गया इम्यून रिस्पांस (ELISA, Western Blot)
ये परीक्षण इम्यून रिस्पांस का मापने का कार्य करते हैं, जैसे एंटीबॉडी के स्तर का निर्धारण करना, जो विभिन्न रोगों की पहचान में सहायक होते हैं।
