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Semester 4: National Education Policy-2020 Common Minimum Syllabus for U.P. State Universities

  • Environmental & Agricultural Microbiology

    Environmental and Agricultural Microbiology
    • पारिस्थितिकी और सूक्ष्मजीव विज्ञान

      पारिस्थितिकी सूक्ष्मजीवों के पारिस्थितिक तंत्र में भूमिका को समझने में मदद करता है। सूक्ष्मजीव मिट्टी और जल में महत्वपूर्ण जैव रासायनिक प्रक्रियाओं में शामिल होते हैं।

    • कृषि में सूक्ष्मजीवों का उपयोग

      कृषि में सूक्ष्मजीवों का उपयोग उर्वरकों, जैविक कीटनाशकों और मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में किया जाता है। यह फसल उत्पादन को बढ़ाने के लिए सहायक होते हैं।

    • वातावरणीय सूक्ष्मजीव विज्ञान

      वातावरणीय सूक्ष्मजीव विज्ञान प्रदूषण नियंत्रण, जैविक अपशिष्ट प्रबंधन, और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण है। यह विभिन्न पर्यावरणीय कारकों पर सूक्ष्मजीवों के प्रभाव को अध्ययन करता है।

    • जैव विभाजन और प्रक्रियाएं

      जैव विभाजन सूक्ष्मजीवों द्वारा जैविक पदार्थों का विघटन है, जिससे पोषक तत्वों के पुन: उपयोग की प्रक्रिया होती है। यह कृषि और पारिस्थितिकी के लिए महत्वपूर्ण है।

    • सूक्ष्मजीवों की भूमिका और महत्व

      सूक्ष्मजीव जलवायु परिवर्तन, भूमि उपयोग परिवर्तन, और पर्यावरणीय स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे जैव विविधता को बनाए रखने में सहायक होते हैं।

National Education Policy-2020 Common Minimum Syllabus for U.P. State Universities

Diploma in Industrial Microbiology

Industrial Microbiology

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