
यह पोस्ट “BSc 4th Semester Chemistry Syllabus in Hindi” उन छात्रों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है जो बीएससी चतुर्थ सेमेस्टर में रसायन शास्त्र (Chemistry) विषय की पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें दिया गया सिलेबस राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP-2020) पर आधारित है, जिसे भारत के कई विश्वविद्यालयों द्वारा अपनाया गया है।
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इस लेख में आपको BSc 4th सेमेस्टर रसायन शास्त्र का सम्पूर्ण सिलेबस हिंदी में सरल भाषा में उपलब्ध कराया गया है। यदि आप जानना चाहते हैं कि नए शैक्षिक ढांचे के तहत चौथे सेमेस्टर में कौन-कौन से यूनिट और टॉपिक शामिल हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए अत्यंत लाभकारी होगी।
BSc 4th Semester Chemistry Syllabus in Hindi PDF (2025-26)
Table of Contents
इस सेक्शन में बीएससी फोर्थ सेमेस्टर रसायन शास्त्र (Chemistry) का सिलेबस दिया गया है | यहाँ सिलेबस में दिए गये सभी टॉपिक्स को discuss किया गया है |
📘 पेपर विवरण
कोर्स कोड: BO20401T
पेपर का नाम: क्वांटम यांत्रिकी और विश्लेषणात्मक तकनीकें (Quantum Mechanics and Analytical Techniques)
प्रकार: वैकल्पिक (Elective)
क्रेडिट: 4
कुल व्याख्यान: 60
🎯 पाठ्यक्रम परिणाम (Course Outcomes)
इस पाठ्यक्रम को पढ़ने के बाद छात्र:
- परमाणु संरचना (Atomic Structure), तरंग समीकरण (Wave Equation), और क्वांटम सिद्धांत (Quantum Mechanics) को समझ पाएंगे।
- अणुओं की बनावट और उनके स्पेक्ट्रा (Spectroscopy) की जानकारी प्राप्त करेंगे।
- विभिन्न विश्लेषणात्मक तकनीकों जैसे IR, UV, NMR, मास स्पेक्ट्रोस्कोपी और क्रोमैटोग्राफी का प्रयोग करके अज्ञात यौगिकों की पहचान कर सकेंगे।
- प्रयोगशाला तकनीकों जैसे सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन, कॉलम क्रोमैटोग्राफी, TLC आदि को समझ पाएंगे।
🧪 इकाई I: परमाणु संरचना (Atomic Structure) – 5 व्याख्यान
- डी-ब्रॉगली सिद्धांत (de-Broglie matter waves), हाइजेनबर्ग अनिश्चितता सिद्धांत
- श्रोडिंगर वेव समीकरण (Schrödinger Wave Equation), ψ और ψ² का अर्थ
- क्वांटम नंबर, कक्षाओं का आकार – s, p, d
- Aufbau सिद्धांत, Pauli नियम, Hund नियम
📌 उदाहरण:
p कक्षा की आकृति डम्बल (Dumbbell) जैसी होती है, जैसे हम गुब्बारों को जोड़ें।
⚛️ इकाई II: प्रारंभिक क्वांटम यांत्रिकी (Elementary Quantum Mechanics) – 10 व्याख्यान
- ब्लैक बॉडी विकिरण, प्लैंक सिद्धांत, फोटोन का विचार
- बॉहर मॉडल, कम्पटन प्रभाव
- श्रोडिंगर समीकरण (समय-निर्भर और स्वतंत्र)
- 1D बॉक्स में कण की स्थिति, हाइड्रोजन परमाणु के लिए समीकरण
- अणुकक्षा सिद्धांत (Molecular Orbital Theory – MOT), σ, π, σ*, π* कक्षा
📌 उदाहरण:
H₂ अणु में बंध बनने की वजह से ऊर्जा कम हो जाती है – इसलिए वह स्थिर होता है।
🌈 इकाई III: अणु स्पेक्ट्रोस्कोपी (Molecular Spectroscopy) – 10 व्याख्यान
- इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण, स्पेक्ट्रा के क्षेत्र
- घूर्णी स्पेक्ट्रम (Rotational Spectrum): बाँध लंबाई निकालने के लिए
- कंपन स्पेक्ट्रम (Vibrational Spectrum): फोर्स कॉन्स्टेंट और बंध शक्ति
- रमन स्पेक्ट्रम: ध्रुवणीयता (Polarizability), चयन नियम
- इलेक्ट्रॉनिक स्पेक्ट्रम और फ्रैंक-कॉन्डन सिद्धांत
📌 उदाहरण:
CO₂ का IR स्पेक्ट्रम हमें बताता है कि वह वायुमंडलीय ताप को कैसे प्रभावित करता है।
☀️ इकाई IV: यूवी-विज़िबल स्पेक्ट्रोस्कोपी (UV-Visible Spectroscopy) – 5 व्याख्यान
- विकिरण और पदार्थ की क्रिया
- क्रोमॉफोर (Chromophore) और ऑक्सोक्रोम (Auxochrome)
- रंगों में बदलाव: बाथोक्रोमिक और हिप्सोक्रोमिक शिफ्ट
- Woodward नियमों से λmax की गणना
📌 उदाहरण:
बीट रूट का लाल रंग उसके क्रोमॉफोर की वजह से होता है – जिसे UV-visible से देखा जा सकता है।
🌡️ इकाई V: अवरक्त स्पेक्ट्रोस्कोपी (Infrared Spectroscopy) – 5 व्याख्यान
- कंपन की मूल बातें, हुक का नियम
- कार्यात्मक समूहों की IR स्थिति, रिंग साइज, H-बॉन्डिंग का प्रभाव
- फिंगरप्रिंट क्षेत्र की पहचान
📌 उदाहरण:
OH समूह की पहचान लगभग 3300 cm⁻¹ पर एक तेज शिखर से होती है।
🔬 इकाई VI: प्रोटॉन NMR स्पेक्ट्रोस्कोपी (¹H-NMR Spectroscopy) – 10 व्याख्यान
- न्यूक्लियर स्पिन, शील्डिंग और डीशील्डिंग
- केमिकल शिफ्ट, मल्टीप्लेट्स, पास्कल त्रिभुज
- आरंभिक यौगिकों की पहचान
- IR, UV और NMR का संयुक्त प्रयोग
📌 उदाहरण:
एथेनॉल के NMR में 3 मुख्य सिग्नल मिलते हैं – OH, CH₃ और CH₂ के लिए।
⚖️ इकाई VII: मास स्पेक्ट्रोस्कोपी (Mass Spectrometry) – 3 व्याख्यान
- सिद्धांत, आयनिक कण, फ्रैगमेंटेशन प्रक्रिया
- मेटास्टेबल आयन, McLafferty Rearrangement
📌 उदाहरण:
C₈H₁₀N₄O₂ (कैफीन) का मास स्पेक्ट्रम हमें इसके फ्रैगमेंट्स की जानकारी देता है।
🧪 इकाई VIII: पृथक्करण तकनीकें (Separation Techniques) – 7 व्याख्यान
(क) सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन (Solvent Extraction):
- सिद्धांत, सॉल्वेशन और किलेशन द्वारा निष्कर्षण
- बैच, सतत और काउंटर करंट विधियाँ
- धातु और जैविक यौगिकों का निष्कर्षण
(ख) क्रोमैटोग्राफी (Chromatography):
- सोखना, विभाजन, आयन विनिमय
- क्रोमैटोग्राम के प्रकार – फ्रंटल, इल्यूशन, विस्थापन
📌 उदाहरण:
स्याही के रंगों को कागज पर पानी से अलग करना पेपर क्रोमैटोग्राफी का उदाहरण है।
BSc 4th Semester Chemistry Book in Hindi
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