
यह पोस्ट “BA 4th Semester Political Science Syllabus in Hindi” उन छात्रों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है जो बीए चतुर्थ सेमेस्टर में राजनीति शास्त्र (Political Science) विषय की पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें दिया गया सिलेबस राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP-2020) पर आधारित है, जिसे भारत के कई विश्वविद्यालयों द्वारा अपनाया गया है।
इस लेख में आपको BA 4th सेमेस्टर राजनीति शास्त्र का सम्पूर्ण सिलेबस हिंदी में सरल भाषा में उपलब्ध कराया गया है। यदि आप जानना चाहते हैं कि नए शैक्षिक ढांचे के तहत चौथे सेमेस्टर में कौन-कौन से यूनिट और टॉपिक शामिल हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए अत्यंत लाभकारी होगी।
BA 4th Semester Political Science Syllabus in Hindi PDF (2025-26)
Table of Contents
इस सेक्शन में बीए फोर्थ सेमेस्टर राजनीति शास्त्र (Political Science) का सिलेबस दिया गया है | यहाँ सिलेबस में दिए गये सभी टॉपिक्स को discuss किया गया है |
📘 Paper-IV: पाश्चात्य राजनीतिक चिंतन (Western Political Thought)
कोर्स कोड: A060401T
प्रकार: थ्योरी (Theory)
क्रेडिट्स: 6
कुल अंक: 100 (25 आंतरिक + 75 बाह्य परीक्षा)
न्यूनतम उत्तीर्णांक: 33
कक्षा समय: 6 घंटे प्रति सप्ताह
🎯 Course Outcome (कोर्स उद्देश्य):
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक पाश्चात्य राजनीतिक विचारों से परिचित कराता है। इससे छात्र यह समझ पाते हैं कि न्याय, स्वतंत्रता, राज्य, अधिकार जैसे विचार कैसे विकसित हुए और कैसे आज की राजनीति को प्रभावित करते हैं।
🧩 Units (विस्तार से व्याख्या और उदाहरणों सहित)
🧾 Unit I: प्राचीन पाश्चात्य चिंतन
- मुख्य विचारक: प्लेटो, अरस्तू
- पहलू: आदर्श राज्य, वर्ग विभाजन, शिक्षा की भूमिका
- उदाहरण:
- प्लेटो ने “द रिपब्लिक” में न्याय आधारित आदर्श राज्य का विचार दिया।
- अरस्तू ने राज्य को प्राकृतिक संस्था माना और विभिन्न सरकारों का वर्गीकरण किया।
🧾 Unit II: मध्यकालीन चिंतन
- चिंतक: सिसरो, थॉमस एक्विनास, सेंट ऑगस्टीन
- प्रमुख विषय: धर्म और राजनीति का संबंध, ईश्वर की सर्वोच्चता
- उदाहरण:
- सेंट ऑगस्टीन ने ‘City of God’ में ईश्वर के राज्य को सर्वोपरि माना, जिसमें राज्य का उद्देश्य धार्मिक जीवन को सुगम बनाना है।
🧾 Unit III: प्रारंभिक आधुनिक चिंतन
- चिंतक: मैकियावेली, जीन बोडें, ऑस्टिन
- विचार: शक्ति की राजनीति, संप्रभुता
- उदाहरण:
- मैकियावेली ने “The Prince” में यथार्थवादी राजनीति का समर्थन किया, जहाँ नीति और नैतिकता से अधिक सत्ता को प्राथमिकता दी गई।
🧾 Unit IV: सामाजिक संविदा सिद्धांत
- विचारक: थॉमस हॉब्स, जॉन लॉक, रूसो
- तत्व: राज्य की उत्पत्ति, नागरिक अधिकार
- उदाहरण:
- रूसो ने “सामाजिक संविदा” में जन-इच्छा (General Will) को सर्वोपरि बताया, जिससे आधुनिक लोकतंत्र प्रभावित हुआ।
🧾 Unit V: प्रबोधन और उदारवाद
- चिंतक: इमैनुएल कांट, एडमंड बर्क, जेरेमी बेंथम, जे.एस. मिल, टी.एच. ग्रीन
- विचार: तर्क, नैतिकता, उपयोगितावाद (Utilitarianism), स्वतंत्रता की सीमा
- उदाहरण:
- जे.एस. मिल ने “On Liberty” में कहा कि व्यक्ति की स्वतंत्रता वहीं तक सीमित होनी चाहिए जहाँ से दूसरों की स्वतंत्रता शुरू होती है।
🧾 Unit VI: हेगेल, मार्क्स और लेनिन
- मुख्य बिंदु: द्वंद्ववाद (Dialectics), ऐतिहासिक भौतिकवाद, वर्ग संघर्ष
- उदाहरण:
- मार्क्स ने पूंजीवादी समाज में शोषण के विरुद्ध क्रांति का समर्थन किया, जबकि लेनिन ने मार्क्सवाद को रूस में व्यावहारिक रूप में लागू किया।
🧾 Unit VII: नारीवादी राजनीतिक चिंतन
- चिंतक: मैरी वोलस्टोनक्राफ्ट, सिमोन द बोउवार, रोजा लक्ज़मबर्ग
- मुख्य मुद्दे: लिंग आधारित भेदभाव, समान अधिकार
- उदाहरण:
- मैरी वोलस्टोनक्राफ्ट ने “A Vindication of the Rights of Woman” में महिलाओं को शिक्षा और राजनीतिक अधिकार देने की मांग की।
🧾 Unit VIII: समकालीन चिंतन
- चिंतक: जॉन रॉल्स, माइकल ओकशॉट, हन्ना अरेन्ट
- विचार: न्याय का सिद्धांत, उदारवाद बनाम समुदायवाद
- उदाहरण:
- जॉन रॉल्स का “Theory of Justice” आज की सामाजिक न्याय प्रणाली के लिए एक मूल दस्तावेज के रूप में जाना जाता है।
BA 4th Semester Political Science Book in Hindi
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